चंडीगढ़ (उत्तम हिन्दू न्यूज): पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र द्वारा स्वीकृत की गई जेड प्लस सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया है। मुख्यमंत्री की सुरक्षा टीम ने गुरुवार को केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखकर कहा है कि उन्हें पंजाब और दिल्ली में जेड प्लस सुरक्षा की जरूरत नहीं है। उनके लिए पंजाब पुलिस और सीएम सुरक्षा की स्पेशल टीम ही काफी है।
बता दें कि केंद्र सरकार ने करीब एक सप्ताह पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को जेड प्लस सुरक्षा प्रदान को मंजूरी दी थी और पूरा सुरक्षा कवच प्रदान करने को कहा था। केंद्र ने सीआरपीएफ को निर्देश दिए थे कि वह पंजाब के मुख्यमंत्री मान को तत्काल प्रभाव से अखिल भारतीय आधार पर ‘जेड प्लस’ सुरक्षा कवर प्रदान करे।
पंजाब पुलिस सुरक्षा के अलावा जेड सुरक्षा कवर मुख्यमंत्री के घर और परिवार के करीबी सदस्यों को सुरक्षित रखने के लिए स्वीकृत किया गया था। सीमावर्ती राज्य में खालिस्तानी गतिविधियों के मद्देनजर मुख्यमंत्री को खतरे की धारणा पर रिपोर्ट तैयार करने के दौरान केंद्रीय खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा मान के लिए इस तरह के सुरक्षा कवर की सिफारिश की थी। सीआरपीएफ द्वारा इसके लिए 55 सशस्त्र जवानों की एक टीम सीएम मान के घर भेजी जानी थी।
गौरतलब है कि मार्च में भगवंत मान की बेटी को कथित तौर पर खालिस्तान समर्थक तत्वों से धमकी भरे फोन आए थे। पटियाला के एक वकील ने दावा किया था कि अमेरिका में रहने वाली मान की बेटी सीरत कौर मान को खालिस्तानी समर्थक तत्वों ने कथित तौर पर फोन किया था और अपशब्द कहे थे। यह घटनाक्रम पंजाब में स्वयंभू सिख उपदेशक और वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह और उनके सहयोगियों पर कार्रवाई दौरान सामने आया था। राज्य पुलिस ने अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी और घेराबंदी अभियान चलाया था, जिसने बाद में मोगा में आत्मसमर्पण कर दिया था।
सीएम मान की सुरक्षा टीम ने गुरुवार को केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखकर कहा है कि उन्हें पंजाब और दिल्ली में जेड प्लस सुरक्षा की जरूरत नहीं है। उनके लिए पंजाब और सीएम सुरक्षा की स्पेशल टीम ही काफी है। इस फैसले की वजह बताते हुए चिट्ठी में लिखा गया है कि पंजाब और दिल्ली में दो सुरक्षा चक्र होने के चलते समस्या हो सकती है। बीते 25 मई को ही केंद्र सरकार ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को जेड प्लस सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश दिया था।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यह फैसला वीवीआईपी सुरक्षा से संबंधित खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर लिया था। जेड प्लस सुरक्षा के तहत सीएम भगवंत मान की सुरक्षा में 55 कमांडों तैनात होने वाले थे, जिमने 10 से ज्यादा एनएसजी कमांडो शामिल होते। केंद्रीय गृह मंत्रालय को खुफिया एजेंसियों ने रिपोर्ट में खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ शुरू किये गए ऑपरेशन के चलते सीएम भगवंत मान की जान को खतरा बताया गया था।
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