सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में गिरफ्तार गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई द्वारा पिछले दिनों जेल से वीडियो काल से एक टी.वी. चैनल को दिये इंटरव्यू को लेकर पंजाब पुलिस के प्रमुख गौरव यादव ने स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा है कि इंटरव्यू बठिंडा या पंजाब की किसी भी जेल से नहीं हुआ है। उन्होंने आरोपी की दो तस्वीरें दिखाते हुए कहा जब उसे बठिंडा जेल लाया गया तो इसके बाल कटे हुए थे और दाढ़ी-मूछ नहीं थी। 14 तारीख को इंटरव्यू के समय वह दाढ़ी और बड़े बालों में था। वहीं, उसने पीली टी शर्ट पहनी थी, वह भी उन्हें जेल में नहीं मिली है। वहीं, सोची समझी साजिश के तहत पंजाब पुलिस को बदनाम कर राज्य के माहौल बिगाडऩे की कोशिश की जा रही है। बठिंडा जेल में नहीं चलता फोन, रात को भी लाइट बंद नहीं होती। डीजीपी ने बताया कि आरोपी को 8 मार्च को राजस्थान पुलिस ने रिमांड खत्म होने के बाद बठिंडा जेल पहुंचाया। उसे 9 मार्च को तलवंडी साबो अदालत में पेश कर एक दिन का रिमांड लिया गया। 10 मार्च को दोबारा बठिंडा जेल में लाया गया, जबकि इंटरव्यू 14 मार्च को प्रसारित हुआ। आरोपी को बठिंडा हाई सिक्योरिटी जेल में रखा गया था। वहां पर हार्डकोर क्रिमिनल रखे जाते हैं। जहां पर एक बैरक में एक कैदी रहता। वहां पर पंजाब सरकार ने केंद्र सरकार के सहयोग से अति आधुनिक उपकरण स्थापित किए हैं। जहां पर फोन बिल्कुल नहीं चलते हैं।
कैदी पर 24 घंटे कैमरों से नजर रखी जाती है। वहीं, दोहरा सुरक्षा पहरा रहता है। दिन में तीन से चार बार कैदियों की चैकिंग की जाती है। कैदियों की मूवमेंट पर नजर रहती है। डीजीपी ने बताया कि इस इंटरव्यू की क्वालिटी बहुत अच्छी थी, जो स्टूडियो की तरह लगी है। बठिंडा जेल कम्युनिकेशन डेड जोन में आती है। यहां पर अति आधुनिक तकनीकों का प्रयोग किया गया है। यहां पर कॉल करना संभव नहीं है। इसके अलावा इंटरव्यू में जग्गू भगवानपुरिया का कोई जिक्र नहीं है जबकि कुछ समय उनमें टकराव चल रहा था। गोइंदवाल जेल के बारे में कुछ नहीं कहा गया है।
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने दिये इंटरव्यू में कहा था कि सिद्धू मूसेवाला उसके विरोधी गैंग को समर्थन देता था। पहले उसे समझाया, लेकिन वह नहीं माना। इसी खुन्नस में उसकी हत्या की गई। गोल्डी बराड़ ने फोन पर उसकी हत्या की साजिश रची। हथियार यूपी से तस्कर इमरान खुर्जा से मंगवाए थे। उसने बताया कि शराब ठेकेदारों से मांगी गई रंगदारी का पैसा मूसेवाला की हत्या को अंजाम देने में खर्च किया गया था। गौरतलब है कि 29 मई, 2022 को पंजाब के मानसा गांव में सिद्धू मूसेवाला की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ पर है। इंटरव्यू में लॉरेंस ने दावा किया है कि मूसेवाला की हत्या उसके कहने पर हुई थी, लेकिन पूरी साजिश गोल्डी ने ही रची थी। आए दिन उसके नाम पर व्यापारियों से मांगी जा रही रंगदारी पर उसने कहा कि चार पांच साल से उसने कोई फिरौती नहीं मांगी है। उसका कहना है कि जब उसकी गैंग के लोगों की हत्या करवाई जा रही थी तो पुलिस मामले भी उसके ही साथियों पर एफआईआर दर्ज करती थी।
गैंगस्टर के उपरोक्त इंटरव्यू में किये खुलासों के बाद पंजाब पुलिस एक तरह से कटघड़े में खड़ी दिखाई दी। अब डीजीपी गौरव यादव ने स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा है कि यह इंटरव्यू पंजाब की किसी जेल से नहीं हुई। प्रश्न अब यह है कि फिर यह इंटरव्यू हुई कहां और किस प्रदेश की किस जेल में हुई? पंजाब पुलिस जब तक उपरोक्त बात का पता लगाकर तथ्यों को सार्वजनिक नहीं करती, तब तक उस पर उंगली उठती रहेगी और विपक्षी दल पंजाब सरकार को इस कारण घेरते रहेंगे। पंजाब पुलिस प्रमुख की प्राथमिकता पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहीं उंगलियों को बिठाना ही होना चाहिए।
– इरविन खन्ना (मुख्य संपादक, दैनिक उत्तम हिन्दू)
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