-आंकड़ों के विपरीत घटा कपास का रकबा: खन्ना
चंडीगढ़ (उत्तम हिन्दू न्यूज): भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक अरविन्द खन्ना ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के दावों के बावजूद किसान कृषि विविधीकरण नहीं कर सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने वर्ष 2023-2024 के सीजन में 3 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को कपास के तहत लाने का लक्ष्य रखा था लेकिन वे पिछले आंकड़े के करीब भी नहीं आ सके।
उन्होंने कहा कि आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार इस साल बठिंडा में 10 हजार हेक्टेयर रकबे बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया था, जबकि पिछले साल की तुलना में इसमें 30 हजार हेक्टेयर की कमी आई है। उन्होंने कहा कि सरकार सूंडियों के उन्मूलन (खात्मे) के लिए कोई प्रयास नहीं कर रही है, जिससे किसानों का कपास की खेती से विश्वास उठ गया है।
श्री खन्ना ने कहा कि किसानों और कृषि के प्रति सरकार की दृढ़ता का पता इस बात से चलता है कि सरकार ने अपने कैबिनेट से उस कृषि मंत्री को हटा दिया है, जो किसानों से मिले थे और उनके मुद्दों पर विचार कर नई कृषि नीति लाने का दावा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ट्विटर पर मजाक कर अपने कार्यालय का स्तर गिरा रहे हैं और काम करने के बजाय सिर्फ बयानबाजी से काम करना चाहते हैं।
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