-जीएसटी, आबकारी, वेट, सीएसटी, पीएसडीटी से राजस्व 17.49 प्रतिशत बढ़ा
चंडीगढ़/नरेंद्र जग्गा वित्त, योजना, आबकारी और कराधान मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने आज यहां बताया कि पंजाब सरकार द्वारा अपने वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान लाए क्रांतिकारी बदलावों के परिणामस्वरूप वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) के राजस्व में दर्ज की गई वृद्धि के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए वित्तीय वर्ष 2023-24 के पहले 5 महीनों के दौरान 28.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की है।
यह खुलासा करते हुए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के पहले 5 महीनों के दौरान जीएसटी से एकत्रित किए गए कुल 6648.89 करोड़ रुपए के राजस्व के मुकाबले मौजूदा वित्तीय वर्ष में अगस्त महीने के अंत तक कुल 8524.17 करोड़ रुपए का राजस्व एकत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि इस तरह सिर्फ जीएसटी से ही बीते वित्तीय वर्ष के मुकाबले 1875.28 करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व एकत्रित किया गया।
कराधान विभाग द्वारा विभिन्न स्रोतों से एकत्रित किए गए राजस्व के विवरण देते हुए हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के मुकाबले वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान जीएसटी, आबकारी, वेट, सीएसटी और पीएसडीटी से एकत्रित कुल राजस्व में 17.49 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के पहले 5 महीनों के दौरान उपरोक्त साधनों से कुल 13116.36 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ था जबकि मौजूदा वित्तीय वर्ष के इसी अरसे के दौरान 2293.67 करोड़ रुपए की बढ़ौतरी दर्ज करते कुल 15410.03 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है।
चीमा ने कहा कि सरकार की तरफ से नई आबकारी नीति लागू करने के उपरांत वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान 2021-22 के मुकाबले आबकारी राजस्व में 41 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज करने के बावजूद प्राप्तियों का यह ग्राफ अभी भी ऊंचाईयों को छू रहा है। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के पहले 5 महीनों के दौरान भी आबकारी से प्राप्त राजस्व ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के इसी अरसे के मुकाबले 7.69 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की है। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के पहले 5 महीनों में आबकारी से कुल 3528.92 करोड़ रुपए का राजस्व एकत्रित हुआ था जबकि मौजूदा वित्तीय वर्ष के इसी अरसे के दौरान 271.31 करोड़ रुपए के बढ़ोतरी के साथ कुल 3800. 23 करोड़ रुपए का राजस्व एकत्रित किया गया।
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