हिंदी पखवाड़े के उपलक्ष्य में डीएवी मंडी में काव्य गोष्ठी का आयोजन –
मंडी/राजन पुंछी : हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा ही नहीं बल्कि यह हमारी राजभाषा और मातृभाषा भी है, हम सभी को इसका सम्मान करना चाहिए। जब तक हम अपने देश की धरोहर का सम्मान नहीं करेंगे तो उसे आगे कैसे बढ़ा पाएंगे। यह बात डीएवी स्कूल मंडी के प्रिंसिपल के.एस .गुलेरिया ने सोमवार को हिंदी पखवाड़े के उपलक्ष में स्कूल में विद्यार्थियों के लिए आयोजित काव्य गोष्ठी के अवसर पर अपने सम्बोधन में कही। गुलेरिया ने कहा कि हम जो भी सोचते हैं, जो भी विचार और भाव हमारे मानस पटल में आते हैं, वो सब हिंदी में ही आते हैं, इसलिए हमें हिंदी को प्रमुख स्थान दिलाने के लिए वचनबद्ध होना पड़ेगा। इसलिए हम सबको आगे आकर अपनी मातृभाषा को आगे बढ़ाने के लिए प्रयास करने चाहिए। इससे पहले डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल मंडी में विद्यार्थियों के लिए काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। काव्य गोष्ठी का शुभारंभ प्रधानाचार्य द्वारा दीप प्रज्वलन की पारंपरिक विधि से किया गया। इस दौरान हिंदी अध्यापक सुनील कुमार मंच का संचालन कर रहे थे। उन्होंने विद्यार्थियों को हिंदी भाषा के महत्त्व, राष्ट्रभाषा, राजभाषा, मातृभाषा और संपर्क भाषा के अंतर से अवगत कराया और साथ ही संविधान के भाग 17 अनुच्छेद 343 से 351 तक दिए प्रावधानों की जानकारी भी दी।
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