परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर द्वारा सडक़ से सम्बन्धित विभागों और एजेंसियों को निर्देश
चंडीगढ़/नरेंद्र जग्गा परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने सडक़ों से सम्बन्धित समूह विभागों और एजेंसियों को आज निर्देश दिए कि राज्य में सडक़ हादसों में मृत्यु दर घटाने के लिए सभी राज्य और राष्ट्रीय मार्गों पर अधिक हादसों वाले स्थानों को दुरुस्त करने का काम जल्द से जल्द मुकम्मल किया जाए।
यहां अपने सरकारी आवास में राज्य में पहले पड़ाव के दौरान चिन्हित किए गए अधिक हादसों वाले स्थानों को दुरुस्त करने के काम का जायजा लेते हुए परिवहन मंत्री ने बताया कि अब तक अधिक हादसों वाले स्थानों की मुरम्मत सम्बन्धी 62 प्रतिशत कार्य मुकम्मल किया जा चुका है। कुल 391 स्थानों में से, दुरुस्त करने से रह गए 149 ऐसे स्थानों पर गहरी चिंता ज़ाहिर करते हुए उन्होंने परिवहन विभाग के सचिव विकास गर्ग को कहा कि वह इस काम को जल्द मुकम्मल करने के लिए सम्बन्धित सभी विभागों और एजेंसियों को पत्र लिखें।
मंत्री ने बताया कि पहले पड़ाव के अधीन पंजाब के 14 पुलिस जिलों में अधिक हादसों वाले कुल 391 स्थानों को चिन्हित किया गया था, जिनमें से एनएचएआई से सम्बन्धित कुल 267 स्थानों में से 218 को ठीक करने का काम लगभग 600 करोड़ रुपए की लागत के साथ मुकम्मल कर लिया गया है, जबकि बाकी 49 स्थानों को ठीक करने का काम प्रगति अधीन है। इसी तरह लोक निर्माण विभाग (भवन और सडक़ें) द्वारा कुल 84 स्थानों में से 18 स्थानों को ठीक किया गया है जबकि स्थानीय सरकारें और अन्य विभागों ने कुल 54 स्थानों में से 20 को दुरुस्त कर लिया है।
बैठक के दौरान लालजीत सिंह भुल्लर ने पनबस द्वारा तैयार की गई पंजाब के अलग-अलग मुख्य मार्गों/सडक़ों के बारे में किताब ‘एक्सीडेंट ब्लैक स्पॉट आईडेंटीफिकेशन एंड रैक्टीफीकेशन प्रोग्राम-2021, भाग-2’ रिलीज की, जिसमें दूसरे पड़ाव में दुरुस्त किए जाने वाले पंजाब के 16 पुलिस जिलों के कुल 407 अधिक हादसों वाले स्थानों को चिन्हित किया गया है। इस किताब में सम्बन्धित प्रशासकीय जिलों की जानकारी समेत ऐसे स्थानों को दुरुस्त करने सम्बन्धी भी सुझाव दिए गए हैं।
परिवहन मंत्री ने बताया कि एनएचएआई ने दूसरे पड़ाव में पंजाब सरकार द्वारा चिन्हित करके भेजे गए 291 अधिक हादसों वाले स्थानों को स्वीकृत कर लिया है, जिससे सडक़ हादसों में मृत्यु दर को घटाने के लिए इन स्थानों को जल्द ठीक करने का रास्ता साफ होगा। उन्होंने बताया कि पंजाब के राष्ट्रीय राजमार्गों पर पडऩे वाले 292 अधिक हादसों वाले स्थानों की मुकम्मल सूची केंद्रीय यातायात और राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय के ट्रैफिक़ रिसर्च विंग को सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि दूसरे पड़ाव के अधीन राज्य सरकार के हिस्से के अलावा, राष्ट्रीय राजमार्गों पर सुधार का काम एन.एच.ए.आई. द्वारा लगभग 700 करोड़ रुपए की लागत के साथ मुकम्मल किया जाएगा। मंत्री ने बताया कि सेफ सोसायटी द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट के अनुसार 407 अधिक हादसों वाले स्थानों में से 292 स्थान राष्ट्रीय राजमार्गों पर हैं, 96 स्थान स्टेट हाईवेज़/ओ.डी.आर/एम.डी.आर पर मौजूद हैं, 9 स्थान गाँवों की सडक़ों पर हैं और अधिक हादसों वाले 10 स्थान म्यूंनिसीपल सडक़ों पर मौजूद हैं।
मंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर अधिक हादसों वाली सडक़ की जगह लगभग 500 मीटर लंबाई वाली वह सडक़ होती है, जहां सडक़ यातायात और राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार पिछले तीन सालों के दौरान या तो 5 सडक़ हादसे (मौतें/गंभीर चोटों वाले) हुए हों या 10 मौतें हुई हों। उन्होंने कहा कि इस परिभाषा को अपनाते हुए राज्य में सभी राष्ट्रीय राजमार्गों को कवर किया गया है और पंजाब में अधिक हादसों वाले स्थानों को चिन्हित और सुधार का काम किया जा रहा है और इस सम्बन्धी काम पंजाब पुलिस, परिवहन विभाग और सेफ पंजाब प्रोग्राम को साझे तौर पर सौंपा गया है।
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