टोरंटो (उत्तम हिन्दू न्यूज)-10 सितंबर को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में खालिस्तान समर्थकों का होने वाला कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। कार्यक्रम के माध्यम से जनमत संग्रह कराने का उद्देश्य पंजाब में खालिस्तान की स्थापना करना है। अलगाववादी जनमत संग्रह के लिए कनाडाई क्षेत्र के इस्तेमाल पर भारत ने नाराजगी जताई है।
स्कूल का एक हॉल ‘खालिस्तान जनमत संग्रह’ कार्यक्रम के लिए किराए पर लिया गया था। पिछले सप्ताह की शुरुआत में, जनमत संग्रह और इस उद्देश्य के लिए एक सरकारी स्कूल का इस्तेमाल किए जाने से परेशान भारतीय-कनाडाई लोगों ने स्कूल बोर्ड से शिकायत की थी। इन लोगों ने स्कूल परिसर के चारों ओर तलविंदर सिंह परमार के पोस्टर चिपकाए जाने को लेकर नाराजगी जाहिर की थी। परमार को एयर इंडिया की उड़ान 182, कनिष्क पर आतंकवादी बम विस्फोट का मास्टरमाइंड माना जाता है, जिसमें 23 जून 1985 को 329 लोगों की जान चली गई थी।
कार्यक्रम के पोस्टर में एके-47 भी दिखाई गई है, साथ ही प्रतिबंधित खालिस्तानी समूह सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) का नाम भी दिखाया गया है, जिसका नेतृत्व गुरपतवंत सिंह पन्नू कर रहा है। इसमें खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की तस्वीरें भी थी, जिसकी जून में सरे में एक पार्किंग स्थल पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। स्कूल अथॉरिटी ने कहा, “एक स्कूल जिले के रूप में हमारा प्राथमिक मिशन हमारे छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, सहायता और हमारे स्कूल समुदायों के लिए एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करना है। हमारे समझौते, नीतियां और दिशानिर्देश, हमारे समुदाय के लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाने का समर्थन करते हैं। हमारी सुविधाओं को लेने वाले किसी भी व्यक्ति को इसका पालन करना होगा।” स्कूल डिस्ट्रिक्ट ने कहा कि यह निर्णय “किसी भी तरह से किसी भी राजनीतिक स्थिति का समर्थन या आलोचना नहीं है।” कनाडा में भारतीय राजनयिकों और प्रतिष्ठानों को धमकी देने वाले खालिस्तानी समर्थक पोस्टरों की हालिया उपस्थिति के बीच यह घटनाक्रम सामने आया है।
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