दो महीने से भूस्खलन का क्रम बरकरार, एक दर्जन लोगों ने खाली किए घर –
ग्रामीणों को सताने लगी भविष्य की चिंता, सैकड़ों बीघा भूमि व रिहाइशी मकान भूस्खलन की चपेट में –
कुल्लू/राजीव शर्मा : उपमंडल बंजार की ग्राम पंचायत तलाड़ा के एक दर्जन गांवों पर भूस्खलन का खतरा अभी भी मंडरा रहा है। पिछले दो महीने से पार्वती नदी से हो रहे कटाव से गांव की जमीन व घर खिसकने की कगार पर पहुंच गए हैं। हैरानी वाली बात यह है कि पहाड़ी में भूस्खलन दो महीने से लगातार जारी है किंतु शासन व प्रशासन का कोई भी अधिकारी ग्रामीणों की सुध लेने नहीं आया है। आपदा की मार झेल रही ग्राम पंचायत तलाड़ा के प्रधान ने चेतावनी दी है कि अगर तीन दिन के भीतर प्रशासन व सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो तलाड़ा पंचायत के तमाम लोग सरकार व प्रशासन का घेराव करेंगे। ग्राम पंचायत के प्रधान मोहर सिंह ने बताया कि पंचायत क्षेत्र के धारा, कंढा, बिहाली, शलैश, सारी, टिलरा, कठाईर, पनवी, जूही,खनीणी, शणौण, न्यूल आदि दर्जनों गांवों पर भूस्खलन का खतरा मंडरा रहा है और एक दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने भूस्खलन की डर से अपने मकान खाली कर दिए हैं। पंचायत प्रधान ने बताया कि अगर प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो तलाड़ा पंचायत में करीब 70 घर पूर्ण रूप से नष्ट हो जाएंगे। ग्राम पंचायत प्रधान मोहर सिंह ने बताया कि तलाड़ा पंचायत के लोग प्रदेश में सबसे अधिक जोखिम का सामना कर रहे हैं। भूस्खलन से मिट्टी व चट्टानें लगातार खिसक रही है, और खौफजदा ग्रामीणों ने तो अपने घर खाली करने शुरू कर दिए हैं। गांव के कई परिवार ऐसे भी हैं, जो घर नष्ट होने के बाद खुले आसमान के नीचे आ जाएंगे। उपरोक्त तमाम गांवों में सैकड़ों परिवार रहते हैं। मोहर सिंह ने बताया कि एनएचपीसी भी इसमें बराबर की जिम्मेदार है। एनएचपीसी की वजह से ही पंचायत क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है। सपांगनी की पहाड़ी अभी भी धीरे-धीरे खिसक रही है तथा कई घरों में दरारें आ चुकी है। जिस कारण सैकड़ों बीघा भूमि भूस्खलन की चपेट में है। पंचायत प्रधान तथा ग्रामीणों ने सरकार से गुहार लगाई है कि पंचायत क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन को रोकने के उपाय किए जाए ताकि दर्जनों गांवों के सैकड़ों परिवारों को विस्थापन का दंश न झेलना पड़े। इसके अतिरिक्त क्षतिग्रस्त फसलों का मुआवजा व सडक़ों की हालत सुधारी जाए। बहरहाल तलाड़ा पंचायत के लोगों में भूस्खलन का खौफ अभी भी बरकरार है तथा लोगों ने अपने मकान खाली करने शुरू कर दिए हैं और भविष्य की चिंता सता रही है। उधर सैंज के तहसीलदार हीरा चंद नलवा ने बताया कि प्रशासन पिछले दो महीने से लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में मदद कर रहा है फिर भी राजस्व विभाग की टीम तलाड़ा पंचायत में हो रहे भूस्खलन का जायजा लेने शीघ्र दस्तक देगी।
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