-निर्यात के उद्देश्य से रसायन-रहित बासमती के उत्पादन के लिए शुरु किया प्रोजैक्ट
-विशेष प्रोजैक्ट के अंतर्गत अमृतसर के चोगावां ब्लॉक का 25 हज़ार हैक्टेयर क्षेत्रफल बासमती की काश्त अधीन : खुड्डियां
अमृतसर/दीपक मेहरा मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा राज्य में जैविक खेती को उत्साहित करने के लिए दिए न्योते के अंतर्गत पंजाब सरकार द्वारा अमृतसर जिले के चोगावां ब्लॉक में रसायन-रहित बासमती की काश्त के लिए एक पायलट प्रोजैक्ट शुरू किया गया है।
कृषि और किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने बताया कि इस पायलट प्रोजैक्ट के लिए चोगावां ब्लॉक का चयन इसलिए किया गया है क्योंकि यह क्षेत्र रावी दरिया के नज़दीक पड़ता है और यहाँ की जलवायु बढिय़ा सुगंध वाली और निर्यात गुणवत्ता वाली बासमती की उपज के बिल्कुल अनुकूल है।
उन्होंने कहा कि बासमती चावलों के निर्यात की बहुत संभावनाएं हैं क्योंकि इस क्षेत्र में पैदा होने वाली ज़्यादातर बासमती अरब, यूरोपियन और मध्य पूर्वी देशों को निर्यात की जाती है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय बासमती 60 से अधिक देशों को निर्यात की जाती है, जिसमें से अकेले अमृतसर जिले ने पिछले साल के दौरान तकरीबन 9 हज़ार करोड़ रुपए की बासमती निर्यात की है।
खुड्डियां ने बताया कि पंजाब से बासमती चावलों के निर्यात की संभावना को बढ़ाने के लिए पंजाब के कृषि और किसान भलाई विभाग द्वारा किसानों को बासमती की फ़सल के लिए कीटनाशकों के उचित प्रयोग के बारे जागरूक करने के लिए बड़े स्तर पर जागरूकता मुहिम भी चलाई गई है और इसके साथ ही उनको पाबन्दीशुदा कीटनाशकों की बजाय वैकल्पिक रसायनों की उचित मात्रा में प्रयोग के बारे भी जागरूक किया जाता है। उन्होंने बताया कि 10 कीटनाशकां/फंगीसाईडस पर बासमती की फ़सल पर प्रयोग पर पाबंदी लगाई गई है।
कृषि मंत्री ने बताया कि चोगावां ब्लॉक में कुल 32000 हेक्टेयर क्षेत्रफल कृषियोग्य है, जिसमें से 28753 हेक्टेयर क्षेत्रफल धान की फ़सल अधीन है और 25000 हेक्टेयर क्षेत्रफल सिर्फ बासमती की काश्त अधीन है। उन्होंने बताया कि इस ब्लॉक के कुल 102 गांवों में से 42 गांवों को इस प्रोजैक्ट के अंतर्गत चुना गया है।
जिक्रयोग्य है कि इस ब्लॉक में पूसा बासमती 1718, पूसा बासमती 1121, पूसा बासमती 1885, पूसा बासमती 1509, पूसा बासमती 1692 और पंजाब बासमती-7 किस्मों की मुख्य तौर पर काश्त की जाती है।
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