फगवाड़ा/आशीष गाँधी : पंजाब सरकार द्वारा पंचायतें भंग करने के फैसले पर यू-टर्न लिये जाने के तुरंत बाद भाजपा ने मुख्यमंत्री भगवंत मान और उनकी सरकार की कार्यशैली पर तीखा व्यंगबाण छोड़ा है। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री विजय सांपला ने कहा कि सरकार कमेडी से नहीं बल्कि कमीटमेंट से चलती है। इसे विडंबना ही कहा जायेगा कि निर्वाचित पंचायतों को समय से पहले भंग करने का नादिरशाही फरमान रद्द करवाने के लिये सरपंचों को माननीय अदालत की शरण लेनी पड़ी। उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा कि पंचायतों को कार्यकाल पूरा होने से कई महीने पहले भंग करने का नोटिफिकेशन आखिर किसके इशारे पर जारी किया था। सांपला ने कहा कि तानाशाही प्रवृति वाले आप पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ही इस तरह की अलोकतंत्रिक सलाह दे सकते हैं। पंचायतें भंग करने की अधिसूचना गैर कानूनी थी। जिसे अब माननीय अदालत में फजीहत करवाने के बाद भगवंत मान सरकार वापस लेने को विवश हुई है। यहां गौरतलब है कि राज्य सरकार ने कुछ दिन पूर्व ग्राम पंचायतों के चुनाव 31 दिसंबर तक कराने की अधिसूचना जारी की थी जिसे लेकर पंचायतों में तो भारी रोष था ही बल्कि विपक्षी दल भी सरकार द्वारा जारी अधिसूचना को लेकर आश्चर्यचकित थे।
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