भोपाल(उत्तम हिन्दू न्यूज)- मध्य प्रदेश के उज्जैन से गुरुवार को एक दिल दहला देने वाली खबर आई. यहां एक पूरे परिवार ने खुदकुशी कर ली, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। दरअसल परिवार से मिलने के लिए एक युवक आया था। जब उसने देखा कि कोई भी घर का दरवाजा नहीं खोल रहा है, तो उसे अनहोनी का अंदेशा हुआ। इसके बाद उसने पड़ोसियों को इसकी जानकारी दी। जब लोगों ने घर की खिड़की से अंदर का नजारा देखा तो उनके होश उड़ गए। घर के अंदर चार शव पड़े थे।
यह मामला जीवाजीगंज थाने के जानकीनगर क्षेत्र का है। जीवाजीगंज थाना पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि 3 महीने पहले ही मनोज अपनी पत्नी ममता, बेटे लक्की और बेटी कनक के साथ यहां रहने आया था। मनोज गढ़कालिका मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्र में फूल और खिलौने की दुकान लगाता था। गुरुवार को सभी लोग अपने काम में लगे हुए थे, तभी मनोज से मिलने के लिए उसका एक मित्र गोलू पहुंचा, जिसने काफी देर तक जब घर का दरवाजा खटखटाया और यह नहीं खुला तो इसकी जानकारी पड़ोसियों को दी। मकान मालिक आसाराम और समीप के रहने वाले अन्य लोगों ने भी काफी देर तक घर का दरवाजा खटखटाया लेकिन जब किसी ने दरवाजा नहीं खोला तो उन्होंने खिड़की और दरवाजे से घर के अंदर देखा। घर के अंदर फांसी के फंदे पर मनोज की लाश पड़ी थी। तो वहीं घर के फर्श पर ममता, बेटा लक्की और बेटी कनक की लाश पड़ी हुई थी। इनके मुंह से झाग निकल रहा था। वारदात की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने पूरे घटनास्थल का निरीक्षण किया और इस मामले में एफएसएल टीम द्वारा जांच किए जाने की बात कही। पुलिस ने घटनास्थल पर जब तलाशी ली तो काफी प्रयासों के बावजूद भी यहां से कोई संदिग्ध वस्तु और सुसाइड नोट नहीं मिला है। फिलहाल जांच की जा रही है।
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