सुनाम उधम सिंह वाला/वरुण बंसल : हिंदू धर्म की आलोचना करने वाले नेता समझ ले की हिंदू धर्म का अपमान हिंदुस्तान के लोग नहीं सहेंगे। अपने राजनीतिक लाभ और हितों की पूर्ति के लिए सनातन विरोधी टिप्पणी करना वास्तव में एक मानसिक बीमारी है। यह विचार प्रखर राष्ट्रवादी व शिक्षाविद डॉ. अमित कांसल ने प्रगट करते हुए कहा कि हमारा सनातन धर्म का ना तो आरंभ है और ना ही अंत। यह अनादि धर्म है हिंदुतव भारत की मूल पहचान है अपने मान बिंदुओ गंगा, गाय, गीता, गायत्री का सम्मान और रक्षा करना प्रत्येक हिंदू का पहला धर्म है। आई एन डी आई ए के नेता उदयनिधि स्टॅलिन के हिंदू विरोधी वक्तव्य पर नाराजगी व्यक्त करते हुए डॉ.कांसल ने कहा कि छोटे-मोटे क्षेत्रीय नेता अपनी पहचान बनाने और अल्पसंख्यक तुष्टिकरण की नीति के चलते हुए अपना वोट बैंक साधने के लिए हिंदू विरोधी बयान देते हैं ऐसे नेता पहले कांग्रेस का हश्र देख ले कि वह कांग्रेस जो कभी देश पर एक छत्र राज्य करती थी अपनी हिंदू विरोधी नीतियों के कारण उसकी संख्या लोकसभा में 40 तक सीमित होकर रह गई है। जो सनातन को मिटाने की चाह रखते हैं एक दिन वे खुद मिट जाते हैं क्योंकि यह धरती भगवान श्री राम की है कण-कण में भगवान श्री राम बसे हैं।
|