Friday, March 29, 2024
ई पेपर
Friday, March 29, 2024
Home » तीन धमाके और पांच आरोपी

तीन धमाके और पांच आरोपी

अमृतसर में श्री दरबार साहिब के नजदीक पिछले पांच दिनों में तीन धमाके करने के आरोप में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सूत्रों के अनुसार विदेशों में बैठे अलगाववादियों की शह पर ही आरोपियों ने यह काम किया है। पंजाब पुलिस के महानिदेशक गौरव यादव ने कहा कि इन धमाकों की आगे की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि किस मंशा से ये धमाके किए गए हैं, इसकी जानकारी अब तक नहीं मिल पाई है। इस बात की भी जांच की जाएगी कि गिरफ्तार किए गए पांचों व्यक्ति ‘स्व-कट्टरपंथी माड्यूल’ का हिस्सा थे या किसी अन्य व्यक्ति के निर्देश पर काम कर रहे थे। गिरफ्तार लोगों की पहचान आजादवीर सिंह, अमरीक सिंह, साहिब सिंह, हरजीत सिंह और धरमिंदर सिंह के तौर पर की है। आजादवीर और अमरीक इस मामले के मुख्य साजिशकर्ता हैं, ये दोनों क्रमश: अमृतसर और गुरदासपुर जिले के रहने वाले हैं। साहिब, हरजीत और धरमिंदर ने धमाके को अंजाम देने के लिए विस्फोटकों की आपूर्ति कराई थी, ये तीनों अमृतसर के रहने वाले हैं। यादव अनुसार पुलिस ने कम तीव्रता का 1.10 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया है जिसका इस्तेमाल आम तौर पर पटाखे बनाने में किया जाता है।

यादव ने कहा हम गिरफ्तार किए गए लोगों के भारत और विदेश में जुड़े सभी सहयोगियों की जांच करेंगे और इसकी तह तक जाएंगे। उन्होंने कहा कि अमरीक की पत्नी से भी पूछताछ की जा रही है और उसकी भूमिका की भी तफ्तीश की जाएगी। इस मामले में विस्फोटक अधिनियम, गैर कानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम की संबंधित धाराओं के अलावा भारतीय दंड संहिता की धारा 120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने राज्य सरकार पर ऐसी घटनाएं रोक पाने में ‘पूरी तरह नाकाम’ रहने का आरोप लगाया। उन्होंने इन घटनाओं के पीछे किसी साजिश का संदेह जताया। डीजीपी ने बताया कि छह मई को सराय के बाथरूम में ‘आइईडी’ तैयार किया गया और शीतलपेय के दो केन में 200 ग्राम विस्फोटक भरा गया। उन्होंने कहा कि धातु के टिफिन बाक्स में भी यही विस्फोटक सामग्री भरी गई। यादव ने कहा कि तीनों डिब्बों को पालिथिन की एक थैली में रखा गया। छह मई को रात 11 बजे आजादवीर हैरिटेज पार्किंग इमारत की छत पर गया और रस्सी की मदद से पालिथिन की थैली को लटका दिया। पहला विस्फोट रात 11:25 बजे हुआ। दूसरा ‘आइईडी’ धातु के दो कटोरों का इस्तेमाल कर इक_ा किया गया और उन्हें सात मई को सराय के बाथरूम में एक साथ जोड़ा गया। डीजीपी ने कहा कि इसे आठ मई को सुबह साढ़े चार बजे ‘हैरिटेज पार्किंग’ इमारत की छत पर रखा गया और सुबह सवा छह बजे इसमें विस्फोट हुआ। तीसरा विस्फोट इमारत के पीछे सुनसान इलाके में हुआ। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से विस्फोटक पदार्थ और बम तैयार करने वाला सामान बरामद किया है। इसके अलावा जिन लोगों ने आरोपियों को विस्फोटक मुहैया करवाया उन्हें भी गिरफ्तार किया गया है। अवैध आतिशबाजी तैयार करने और नशीले पदार्थों की खरीद-फरोख्त के लिए बदनाम इलाके अनगढ़ के साथ इस केस के तार जुड़े हुए हैं। पुलिस अनुसार कई केसों में नामजद आतिशबाज साहिब सिंह की भी इस केस में बड़ी भूमिका सामने आई है। उसी ने महंगे दाम पर बारूद बेचा था।

बम धमाकों को लेकर श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि यह घटना दुखदाई है। उन्होंने कहा कि लगातार 1 सप्ताह के बीच तीन धमाके होना चिंता का विषय है। पंजाब पुलिस ने एसजीपीसी के टास्क फोर्स के कर्मचारियों के सहयोग से आरोपियों को पकड़ लिया है। टास्क फोर्स ने सीसीटीवी फुटेज को खंगाल कर निशानदेही पर इन आरोपियों को पकड़ा है। एसजीपीसी ने अपने बलबूते पर अच्छा काम किया है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस इस मामले की गहराई से जांच करे ताकि पता लग सके कि इन हमलों के पीछे कौन सी ताकत है, जो इस प्रकार के घटिया काम करवा रही है। जत्थेदार ने कहा कि श्री हरिमंदिर साहिब में लाखों की संख्या में श्रद्धालु माथा टेकने के लिए आते हैं और कहीं ना कहीं यह बड़ी घटना भी हो सकती थी जिसमें जान का भी नुक्सान हो सकता था। उन्होंने कहा कि पिछले समय के दौरान श्री हरिमंदिर साहिब के प्रति जो नफरत का माहौल पैदा किया गया है, कहीं उसका परिणाम तो नहीं यह बम धमाका। उन्होंने केंद्र की एजैंसियों से भी इस घटना की जांच गहराई से करने के लिए कहा ताकि साजिश कर्ताओं का पर्दाफाश हो और आगे से कोई बड़ी घटना को अंजाम ना दे सके। उन्होंने लोगों से अफवाहों को दरकिनार करने के लिए कहा और कहा कि श्री हरिमंदिर साहिब से प्यार करने वाले श्रद्धालुओं में किसी प्रकार का डर और भय नहीं है और वे रोजाना की तरह श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेकने के लिए पहुंच रहे हैं। जत्थेदार ने कहा कि इस तरह की घटना पंजाब में अमन-शांति का माहौल भंग करने के लिए और पंजाब का माहौल बिगाडऩे के लिए की जा रही है, जिसे पंजाब के लोग कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।

स्वर्ण मन्दिर के नजदीक जिस तरह आरोपियों ने एक योजनाबद्ध तरीके से धमाकों को अंजाम दिया वह काफी चिंता का मुद्दा है। अगर आरोपियों का दिमाग और अधिक खराब होता और वह कोई बड़ा धमाका कर देते या श्री दरबार साहिब की सराये में ही धमाका कर देते तो उस समय पंजाब के क्या हालात होते यह सोच कर ही डर लगता है। प्रदेश की सरकार व पुलिस दोनों को धमाकों को गम्भीरता से लेते हुए सारे मामले की तह तक जाना चाहिए क्योंकि आरोपियों का लक्ष्य पंजाब के हालात खराब कर पंजाब सरकार और पुलिस को ही कटघरे में खड़े करने का था।  

झुकते नवजोत सिद्धू

– इरविन खन्ना (मुख्य संपादक, दैनिक उत्तम हिन्दू)

GNI -Webinar

@2022 – All Rights Reserved | Designed and Developed by Sortd