अमृतसर/दीपक मेहरा : गुरु नानक देव विश्वविद्यालय की अनुशासन समिति द्वारा अनुशासनहीनता के आरोप का सामना कर रही कानून विभाग की पांचवें सेमेस्टर की छात्रा तानिया के मामले की पैरवी करते हुए और 10 हजार रुपये का जुर्माना भरने के लिए छात्र संगठन एसएफएस (सोसाइटी फॉर स्टूडेंट) छात्र संगठन सथ और पीएसएस ललकार ने भी अपना समर्थन देने की घोषणा की है। इसका कारण एसएसएफ की स्थानक ईकाई के राजनीती विज्ञान के पीएचडी छात्र विजय कुमार के जीएनडीयू अंदर लगातार दाखिले पर पाबंदी लगाने हेतु विद्यार्थन तानिया तथा उसकी साथी विद्यार्थन पूनम को जीएनडीयू प्रबंधन की तरफ से एक चेतावनी पत्र जारी करना माना जा रहा है। इस संबंध में तीनों छात्र संगठनों व नेताओं ने जीएनडीयू के मुख्य गेट पर प्रेस वार्ता कर इसका पूर्ण विरोध किया और न्याय न मिलने पर भाईचारा छात्र संगठनों को साथ लेकर जीएनडीयू का घेराव करने की चेतावनी दी। उल्लेखनीय है कि जीएनडीयू प्रबंधन ने विजय कुमार को एक पत्र जारी किया है जिसमें उनके जीएनडीयू में आगे प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। वहां उनके पीएचडी के पाठ्यक्रम में बदलाव लाते हुए इसे पार्ट टाइम में बदल दिया गया है और यह अनिवार्य कर दिया गया है कि पीएचडी के किसी भी शैक्षणिक या गैर-शैक्षणिक पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए गाइड की मंजूरी आवश्यक मानी जाएगी। इस संबंध में बोलते हुए एसएफएस नेता विजय कुमार, नेता जुझार सिंह व महिला नेता रविंदर कौर ने कहा कि अगर अध्यक्ष विजय कुमार पर लगाये गये प्रतिबंध नहीं हटाये गये तथा छात्रा तानिया का जुर्माना माफ करने के अलावा अनुशासन समिति ने अपने निर्णय पर पुनर्विचार नहीं किया, तो आने वाले दिनों में वे अपनी विद्यार्थी संगठनों को साथ लेकर ठोस रणनीति तय की जाएगी और जीएनडीयू का घेराव किया जाएगा। इस मौके पर अमृतपाल सिंह, पूनम, संजीव कुमार, भूमिका, पूनम आदि मौजूद रहे।
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