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लापता नेपाली विमान का मलबा मिला, 4 भारतीयों समेत 22 लोग थे सवार- पहचान में नहीं आ रहे शव

काठमांडो (उत्तम हिन्दू न्यूज) : नेपाल की सेना को विमानन कंपनी ‘तारा एअर’ के दुर्घटनाग्रस्त विमान के मलबे के मुस्तांग जिले में होने के सुराग मिले हैं। सेना के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। ब्रिगेडियर नारायण सिल्वाल ने कहा, ‘‘सैनिकों और बचावकर्मियों ने दुर्घटनास्थल का पता लगा लिया है। इससे जुड़ी विस्तृत जानकारी जल्द साझा की जाएगी।’’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘दुर्घटनास्थल मुस्तांग जिले के थसांग-2 का सनोसवेयर है।’’

मस्टैंग के मुख्य जिला अधिकारी, नेत्र प्रसाद शर्मा ने एएनआई को बताया कि हवाई और जमीन दोनों रास्ते से खोज और बचाव दल दुर्घटनास्थल की ओर जा रहे हैं। नेपाल पुलिस निरीक्षक राज कुमार तमांग के नेतृत्व में एक टीम हवाई मार्ग से दुर्घटनास्थल पर पहुंची है। अधिकारी ने कहा, “यात्रियों के कुछ शव पहचान से परे हैं। पुलिस अवशेष इकट्ठा कर रही है।”

‘तारा एअर’ के ‘ट्विन ओट्टर 9एन-एईटी’ विमान ने पोखरा से रविवार सुबह करीब 10 बजे उड़ान भरी थी, लेकिन 15 मिनट बाद ही उसका नियंत्रण टॉवर से संपर्क टूट गया। विमान में चार भारतीय, दो जर्मन और 13 नेपाली नागरिकों सहित कुल 22 लोग सवार थे। उनके बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।

अधिकारियों के मुताबिक, खराब मौसम और बादल छाए रहने के कारण दुर्घटनाग्रस्त विमान के मलबे तक पहुंचने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। कनाडा में निर्मित यह विमान पोखरा से मध्य नेपाल स्थित मशहूर पर्यटक शहर जोमसोम की ओर जा रहा था।

विमानन कंपनी की ओर से जारी यात्रियों की सूची के अनुसार, विमान में मौजूद भारतीयों की पहचान अशोक कुमार त्रिपाठी, उनकी पत्नी वैभवी बांडेकर त्रिपाठी और बच्चों धनुष त्रिपाठी व ऋतिका त्रिपाठी के तौर पर हुई है। यह परिवार महाराष्ट्र के ठाणे जिले का रहने वाला है।

गौरतलब है कि 2016 में ‘तारा एअर’ का एक अन्य विमान उड़ान भरने के बाद इसी मार्ग पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे में विमान में सवार सभी 23 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, मार्च 2018 में यूएस-बांग्ला एअर का विमान त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिससे उसमें सवार 51 लोगों की जान चली गई थी।

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